गुरुवार, 23 नवंबर 2017

कृष्ण कृष्ण होय रहे,,,

                             (चित्राभार इन्टरनेट)


 🌷कृष्ण🌷
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कहो कृष्ण कैसे
समेटिहो हमें
हम कृष्ण कृष्ण होय रहे

कृष्ण बदन रूप मदन
मनन मनन मोह रहे
कहो कृष्ण कैसे
समेटिहो हमें
हम कृष्ण कृष्ण होय रहे

कमल नयन कुंज सघन
मगन मगन खोय रहे
कहो कृष्ण कैसे
समेटिहो हमें
हम कृष्ण कृष्ण होय रहे

हिया हूँक पिया मिलन
सजन सजन रोम कहे
कहो कृष्ण कैसे
समेटिहो हमें
हम कृष्ण कृष्ण होय रहे

प्रेम सुधा झरत नयन
रहत रहत रोय रहे
कहो कृष्ण कैसे
समेटिहो हमें
हम कृष्ण कृष्ण होय रहे

लिली😊

1 टिप्पणी:

  1. कृष्णमय वसुंधरा कृष्णमय गगन
    कृष्ण कृष्ण तन कृष्न कृष्न मन
    आदि अंत एक है कृष्णमय भुवन
    जैसे भी समेटे वो कृष्न का है मन

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