शुक्रवार, 1 मार्च 2024

Setu 🌉 सेतु: कलम की नोक पर अधूरी कविता

Setu 🌉 सेतु: कलम की नोक पर अधूरी कविता: लिली मित्रा कुछ सोचा नहीं है  कोई विषय निर्धारित नहीं है मन में एक दिशाहीनता लिए कलम बन गई है - जीवन पथ पर किधर भी मुड़ जाते.. कहीं भी रुक ज...

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