(चित्र इंटरनेट से)
एक दीवानी,,,बस आपकी
और कहे पगला ,,,,तुम्हारा
चली जीवन की साइकिल
गुनगुनाए,,,,तरा-रा-राऽऽ
उबड़-खाबड़ से हैं रास्ते
: कभी तेज़ कभी आहिस्ते
धड़कने बजती ट्रिगं-ट्रिंग
दो राही चले,,,हसंते-हसंते
बैठूँ मै रखके, कांधे पे हाथ
झूमे मस्ती में दिलों का साथ
लहराती चली रे साइकिल!!!
गीतों का रेला बन गूजे रे पाथ
एक दीवानी,,,बस आपकी
और कहे पगला,,,तुम्हारा
चलो क्षितिज के पार चलें
जीवन की जटिलताओं से परे,जीवन की सरलताओं को आत्मसात कर साइकिल पर सवार दो मतवालों की मस्ती😊😊*****
और कहे पगला ,,,,तुम्हारा
चली जीवन की साइकिल
गुनगुनाए,,,,तरा-रा-राऽऽ
उबड़-खाबड़ से हैं रास्ते
: कभी तेज़ कभी आहिस्ते
धड़कने बजती ट्रिगं-ट्रिंग
दो राही चले,,,हसंते-हसंते
बैठूँ मै रखके, कांधे पे हाथ
झूमे मस्ती में दिलों का साथ
लहराती चली रे साइकिल!!!
गीतों का रेला बन गूजे रे पाथ
एक दीवानी,,,बस आपकी
और कहे पगला,,,तुम्हारा
चलो क्षितिज के पार चलें
हम गुनगुनाते,,,,तरा-रा-रा।
एक दीवानी, एक पगला
जवाब देंहटाएंउन्मादी प्यार, लगे रुपहला
मस्तियाँ भी, शोखियाँ भी
सायकिल चले, राह सहला
जीना भी एक हुनर है
नयी राहें भी दे मिला
यह अभिव्यक्ति है विशिष्ट
अनोखे प्यार का सिलसिला
काँधे पे रख हाँथ उनके
शक्ति, साथ दिया मिला
मस्ती में दो दिल झूमें
ना शिकवा ना कोई गिला
ऐसी दीवानगी सबको न मिले
भरोसा ऐसा न ऐसा खिला-खिला
चित्र और शब्दों की जुगलबंदी
नशीले प्यार में आसमां घुला।
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