सोमवार, 25 जून 2018

मौसम बदल जाय

उमस,बारिश,
चिलचिलाती धूप,

दुर्गंध,मन,उचाट,
गहरी सांस,सूनापन,

उदास गज़ल,तल्खी,थकान,,,
ये भावों की बेमेल भीड़,

सार्थक वाक्य बनते नही
कागज़ उड़े,कलम चलती नही

फिर भी मै लिखने पर अमादा
ज़िद है एक,,शायद उतारने से
भाव कागज़ पर मौसम बदल जाए,,,,,,,,,,
~लिली😊

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