बुधवार, 7 फ़रवरी 2018
बसंत,,, (हाइकू)
(चित्राभार इन्टरनेट)
हाइकू
🌻बसंत🌻
छाया बंसत
सुरभित पवन
पिया की याद
कोकिल कहे
कुहूँ कुहूँ पुकार
प्रियतम आ
आँखियां रोवें
उठे कसक जिया
बैरी बसंत
पीत वसन
लहराती वसुधा
गोरी उदास
लिली 😊
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