❤ इशिता दृशानी प्यारी बहने
मीठी मुस्कान दोनो के गहने❤
छोटी सी बूबू
करती है घूंघू
आंखों मे तारे
लगे बड़े प्यारे
देती है पप्पी
जादू की झप्पी
दादी की पोती
छोटू सा मोती
गुन्नु है दीदी
बिल्कुल ना सीधी
मम्मी की कुटकुट
पापा की चुटचुट
बुआ की बोगेश
मीठा सा शन्देश
प्यारी सी बूबू
करती है घूंघू।
वाह एक और खूबसूरत कविता। बच्चों के भावों में कविता सजी प्रतीत हो रही है। कितनी शक्तिशाली आपकी लेखनी है।
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